प्रेम कहानियां बहुत
होती हैं, यह भी एक प्रेम कहानी है, और इसमें भी प्रेम के दुश्मन हैं, लेकिन इस
प्रेम कहानी में विलेन कोई और नहीं खुद प्रेमी हैं। कहानी भी प्रेम कहानी की तरह
ही है, लेकिन इस प्रेम में सिर्फ प्रेम नहीं समर्पण भी शामिल है। यह महज़ एक प्रेम
कहानी नहीं है, यह कहानी है एक ऐसे रिश्ते की जिसे निभाना नहीं चुकाना पड़ रहा है।
कहानी की शुरूआत में आपको तो बड़ा असहज लगेगा कि आखिर ये किस्सागो रचा क्यूं गया
है। प्रेम की अपनी कीमत होती है और उसे खुद को खरे सोने की तरह तप कर ही चुकाया जा
सकता है, यह इस फिल्म से साफ ज़ाहिर होता है। इस
फिल्म में आलिया भट्ट, वरुण धवन, माधुरी
दीक्षित, संजय दत्त, कृणाल खेमू, सोनाक्षी
सिन्हा, आदित्य रॉय कपूर, कृति सेनन नजर आएंगे। डांस, ड्रामा
और इमोशनल सीन्स से भरपूर इन फिल्म का निर्देशन अभिषेक बर्मन ने किया है। हालांकि
कई जगहों पर इश्क की कसौटी में फिल्म कमतर नज़र आती है लेकिन इसके डायलॉग आपको
ताली बजाने पर मजबूर जरूर कर देगें। आलिया और वरुण ने हर बार की तरह अपना 100
प्रतिशत दिया और उस पर खरे भी उतरें। संजय और माधुरी की जोडी को एक लंबे अरसे के
बाद देखकर आंखों को सुकुन भी मिला। संगीत कर्णप्रिय है और सेट से लेकर कोरयोग्राफी
और सिनेमेटोग्राफी तक के क्या कहने। यह फिल्म यश जौहर का ड्रीम प्रोजक्ट था जिसे
करण ने बखूबी निभाया। भारत पाकिस्तान के बंटवारे के दौरान उपजी इस प्रेम कहानी को
एक बार तो जरूर देखा जा सकता है। मैं अगर इस फिल्म को नं. दूं 5/10 होगा। जरूर
देखें बेहतरीन डायल़ॉग के लिए और बेहतरीन सिनेमेटोग्राफी के लिए।
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